कोचिंग देने वाली कंपनी नहीं पास कर पा रही परीक्षा! 8000 करोड़ के पार हुआ घाटा, कभी था सबसे कीमती स्टार्टअप
Byju’s FY22 results
Byju’s FY22 results: कभी देश का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप कहा जाने वाला बायजू (Byju's) अब खुद को मुसीबतों में घिरा पा रहा है. एडटेक कंपनी का घाटा तेजी से बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2022 में बायजू को 8245 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. फिलहाल यह ना केवल सबसे बड़े घाटे वाला स्टार्टअप बन गया है बल्कि देश की सबसे ज्यादा घाटे में चलने वाली कंपनियों में भी शामिल हो गया है.
इससे बड़ा घाटा वोडाफोन आइडिया और टाटा मोटर्स को हुआ
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) ने वित्त वर्ष 2022 में 28245 करोड़ रुपये का सबसे अधिक घाटा दर्ज किया था. इसके बाद टाटा मोटर्स (Tata Motors) का नंबर था. देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी का शुद्ध घाटा 11441 करोड़ रुपये रहा था. टाटा मोटर्स तो वित्त वर्ष 2023 में 2414 करोड़ का लाभ दर्ज कर उबर गई. मगर, वोडाफोन आइडिया वित्त वर्ष 2023 में घाटे के दलदल में और फंस गई. कंपनी घाटा इस दौरान 1056 करोड़ रुपये बढ़ गया.
वित्त वर्ष 2022 में सबसे ज्यादा घाटा इन कंपनियों को हुआ
- वोडाफोन आइडिया - 28245 करोड़ रुपये
- टाटा मोटर्स - 11441 करोड़ रुपये
- बायजूस - 8245 करोड़ रुपये
- रिलायंस कैपिटल - 8116 करोड़ रुपये
- रिलायंस कम्युनिकेशंस - 6620 करोड़ रुपये
व्हाइटहैट जूनियर और ओस्मो को जिम्मेदार ठहराया गया
बायजू ने 22 महीने की देरी के बाद मंगलवार को वित्त वर्ष के लिए अपनी वित्तीय स्थिति का खुलासा किया. रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का राजस्व पिछले वित्त वर्ष में दोगुना होकर 5298 करोड़ रुपये हो गया. इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व 2428 करोड़ रुपये रहा था. मगर, घाटा भी लगभग दोगुना हो गया. इस रिकॉर्ड घाटे के लिए व्हाइटहैट जूनियर (Whitehat Junior) और ओस्मो (Osmo) को जिम्मेदार ठहराया गया है.
कुल घाटे में नए बिजनेस का योगदान 3800 करोड़ रुपये
बायजू के मुताबिक, कुल घाटे में नए बिजनेस का योगदान 45 फीसदी या 3800 करोड़ रुपये रहा. वित्तीय लागत भी वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 519 करोड़ रुपये हो गई. एक साल पहले यही आंकड़ा 62 करोड़ रुपये था. घाटे के अलावा कंपनी को बायजू अल्फा इंक (Byju's Alpha Inc) द्वारा लिए गए 1.2 बिलियन डॉलर के टर्म लोन के संबंध में कुछ मुकदमों का भी सामना करना पड़ रहा है. यह एक स्टेप डाउन सब्सिडरी है, जिसकी गारंटर बायजू है.
कंपनी के भविष्य पर चिंता के बादल मंडरा रहे
ऑडिटर ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इन परिस्थितियों से कंपनी के भविष्य पर चिंता के बादल मंडरा रहे हैं. उसके परिचालन की संभावनाएं भी चिंताजनक स्थिति में हैं. बिगड़ती वित्तीय स्थिति का बुरा असर कंपनी की मार्केट वैल्यू पर भी पड़ा है. आंकड़ों के अनुसार, फिलहाल बायजू की मार्केट वैल्यू 1 अरब डॉलर रह गई है. यह आंकड़ा अप्रैल, 2023 में लगभग 22 अरब डॉलर था.
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